तुमसे प्यार करने का भी
कोई reason
हो सकता है क्या
प्यार तो बस
प्यार होता है ना
और उस पर तुमसे प्यार
हह्ह ..
किसी को भी हो जाये
तभी तो मरने के जितना करती हूँ
मैं तुमसे .. प्यार
सुनो !!
जब मरूंगी
तब तो आओगे ना
मुझसे मिलने
बिना किसी reason के
एक बार ..
बस एक आखिरी बार .. ?
गुंजन .. ११/१/१२
सचमुच प्यार बिना कारण से होता है बिलकुल बिना स्वार्थ का ...! बहुत सुन्दर रचना ! मेरी नई पोस्ट पे आपका इन्तजार रहेगा !
ReplyDeleteगहरे भाव हैं ..
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है
kalamdaan.blogspot.com
Reason....
ReplyDeletewah bahut khoob...gehre bhaav...
FUSION ka jamana hai...badhiya upyog...
गुंजन जी... वाह...बहुत सुन्दर रचना...बधाई स्वीकारें
ReplyDeleteनीरज
अभी तो बहुत जीना बाकी है मरने की बात क्यों .सपने तो सपने होते है सच में भी बदलते है भरोषा तो रखना ही होगा स्वयं पर. अच्छी अभिव्यक्ति बधाई
ReplyDeleteइस तरह से बुलाने पर तो कोई भी इंकार नहीं कर सकता ...अच्छी अभिव्यक्ति
ReplyDeleteप्यार तो निस्वार्थ होता..... फिर भी कुछ लोग उसमे कारण तलासते है.....
ReplyDeleteप्यार क्या ..किसी भी बात का कोई reason नहीं होता
ReplyDeletesundar samarpan ... !!!
ReplyDeleteवाह सरल सुंदर अभिव्यक्ति ।
ReplyDeleteएहसास की यह अभिव्यक्ति बहुत खूब
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