Tuesday 22 November 2011

है ना - कृष्णा !!



अपने वज़ूद में
तुम्हें पाना चाहा
बस यही गलती थी मेरी
तुम तो मैं ... हो ही नहीं ना
हाँ मैं ज़रूर तुम हूँ
जहाँ चाहो - पा लो
जिस रंग में चाहो - ढाल लो
है ना - कृष्णा !!

गुँजन
२१/१०/११

4 comments:

  1. जहाँ चाहो - पा लो
    जिस रंग में चाहो - ढाल लो....सुन्दर !!

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