तुम्हारे लिए .......
इश्क यूँ ही नहीं मिलता हर एक को ढोनी पड़ती है खुद ही की लाश .. जन्म दर जन्म
Wednesday, 27 July 2011
अरमान......
शाम के आने और जाने में
बस दो पल हैं और बाकी
________
तू मुझ में ढल जाये
मैं तुझ में ढल जाऊँ
यही अरमान है बाकी.....
गुंजन
1 comment:
संजय भास्कर
2 August 2011 at 06:11
बेहद ख़ूबसूरत और उम्दा
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
बेहद ख़ूबसूरत और उम्दा
ReplyDelete