इश्क यूँ ही नहीं मिलता हर एक को ढोनी पड़ती है खुद ही की लाश .. जन्म दर जन्म
क्या कहने, बहुत बढिया
बहुत पसन्द आयाहमें भी पढवाने के लिये हार्दिक धन्यवादबहुत देर से पहुँच पाया ....माफी चाहता हूँ..
क्या कहने, बहुत बढिया
ReplyDeleteबहुत पसन्द आया
ReplyDeleteहमें भी पढवाने के लिये हार्दिक धन्यवाद
बहुत देर से पहुँच पाया ....माफी चाहता हूँ..